उदक शान्ति :
उदक शान्ति की पूजा शादी उपनयन ग्रह प्रवेश और प्रमुख घटनाओंसे पहले किया जाता हैयह पूजा घर मे शान्ति और सदभाव के लिए कियी जाती है सबसे पहले गणेश पूजा कियी जाती है फिर एक कलश पानी से भरा जाता है उसे गंगाजल का प्रतिक समझा जाता है भगवान वरूण और अन्य देवी देवताओंको कलश मे आमंञित किया जाता है उस पूजा को लगभग 3 घंटे लगते है ।
रूद्र अभिषेक :
रूद्र अभिषेक मे ञ्यंबकेश्वर भगवान की पंचामॄत पूजा मंञोंके साथ कियी जाती है अभिषेक पूजा से मन:शान्ति सफलता प्राप्ती होती है यह पूजा ञ्यंबकेश्वर के उपाध्याय गुरूजी ही कर सकते है अभिषेक पूजा से सभी मनोकामना पूर्ण होती है ।
वास्तु शान्ति :
वास्तु शान्ति वास्तु पुरूष की पूजा की एक धार्मिक और अध्यात्मिक प्रक्रिया है वास्तु शान्ति के प्राथमिक उद्देश इस प्रकार है :
- किसी भी संरचना और आंतरिक व्यवस्था के दोष या वास्तु दोषों को दूर करने के लिए
- प्रकॄति के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नुकसान क्षमा के लिए है
- रहने वालों के समग्र खुशी के लिए
- प्राकॄतिक आपदाओंसे घर और रहने वालों की रक्षा के लिए
- रहने वालों के स्वास्थ्य धन और समॄद्धी लाने के लिए
नवचंडी यज्ञ :
नवचंडी यज्ञ एक नवदुर्गा पूजा है धनशक्ती समॄद्धी सफलता प्राप्ती के लिए नवचंडी यज्ञ किया जाता है नवचंडी यज्ञ करने से बुरे ग्रहोंके प्रभाव दूर होके सफलता प्राप्त होती है इस यज्ञ से भगवान गणेशजी शिव नवग्रह नवदुर्गा का आशीर्वाद मिलता है ।